तेरी दोस्ती को समर्पित.......
तूने मेरे सोये मन को जगा दिया....
जाने क्या तूने पिला दिया
मेरा अंतर तक हिला दिया,
नदिया की धारा बनकर,
मुझ किनारे पर ला दिया,
तूने मुझे एक नये व्योम पर ला दिया,
मेरे एकाकीपन को दूर कर...
मुझे दीवाना बना दिया,
जाने क्या तूने पिला दिया...
मेरा अंतर तक हिला दिया,
मेरे तनहा आलय को, मदिरालय बना दिया,
साकी बनकर तूने मुझे ये क्या पिला दिया,
मेरा अंतर तक हिला दिया,
तूने मुझे क्या से क्या बना दिया ।।
KYA BAAT HAI
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